2022 की रिपोर्ट, इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च ने अनुमान लगाया कि भारत में कैंसर के मरीजों की संख्या 2025 तक 29 मिलियन से अधिक हो जाएगी, इस रिपोर्ट से हम परिस्थिति की गंभीरता को समझ सकते हैं
जब ब्रेस्ट कैंसर का निदान होता तो वह महिलाओं के लिए बहुत डरावना होता है, लेकिन इसके इलाज करवाना भी जरूरी है, गांठ हटाना कई बार होता है पुरा ब्रेस्ट रिमूव होता है| कई बार लम्प रिमूवल होता है या फिर पूरा ब्रैस्ट रिमूव होता है.|
इसी विषय पर विचार विमर्श करने आज हमसे जुड़े है , डॉक्टर सिद्धार्त साहनी (Director Breast Services Fortis Cancer Institutes), डॉ साहनी ब्रैस्ट सर्जरी के विशेषज्ञ है |
इस वीडियो के माध्यम से डॉ. साहनी निम्नलिखित विषयों पर बात करते है :
1-किन परिस्थितियों में हम गांठ हटाते हैं, और किन परिस्थितियों में पूरा ब्रेस्ट रिमूव होता है ?
2-स्तन कैंसर के उपचार के विकल्प जैसे रेडिएशन थेरेपी या लम्पेक्टोमी किमीुकाबले, मास्टेकोटॉमी का सुझाव कब दिया जाता है?
3-कई बार बोला जाता है कि, स्तन कैंसर का कारण आनुवंशिक प्रवृत्ति भी हो सकती है – तो क्या यह आनुवंशिक प्रवृत्ति है?
4.अब बेसिक पर आते है – ब्रैस्ट कैंसर कैसे हो सकता है ? इसक प्रकार क्या है ?
5. मस्टेक्टॉमी या लुम्पेक्टॉमी में क्या अंतर है और इन दोनों में से कौन अधिक उपयुक्त रहता है ?
6. ब्रेस्ट हटाने के बाद भी पुनर्निर्माण के क्या- क्या विकल्प है?